गंगा नदी पर बन रहा बिहार का पहला और एशिया का सबसे चौड़ा 6 लेन एक्स्ट्रा डोज केबल ब्रिज बनकर लगभग तैयार हो गया है। यह ब्रिज अप्रैल 2025 से गाड़ियों के लिए खुल जाएगा, जिससे उत्तरी बिहार और दक्षिणी बिहार के बीच की दूरी घट जाएगी।
ब्रिज की विशेषताएं
- लंबाई: यह ब्रिज 1.865 किमी लंबा होगा, जिसमें एप्रोच रोड और ब्रिज को मिलाकर इसकी लंबाई कुल 8.15 किमी हो जाएगी।
- लागत: यह ब्रिज 1161 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है।
- चौड़ाई: यह ब्रिज 6 लेन का होगा, जो एशिया का सबसे चौड़ा एक्स्ट्रा डोज केबल ब्रिज होगा।
- निर्माण की प्रगति: इस ब्रिज का काम करीब 92% से अधिक पूरा हो गया है।
ब्रिज के बनने से होने वाले फायदे
- दूरी की कमी: यह ब्रिज उत्तरी बिहार और दक्षिणी बिहार के बीच की दूरी को कम करेगा, जिससे लोगों को यात्रा करने में आसानी होगी।
- व्यापार को बढ़ावा: यह ब्रिज व्यापार को बढ़ावा देगा, क्योंकि यह उत्तरी बिहार और दक्षिणी बिहार के बीच के व्यापार को आसान बनाएगा।
- रोजगार के अवसर: यह ब्रिज रोजगार के अवसर प्रदान करेगा, क्योंकि इसके निर्माण और रखरखाव में कई लोगों को रोजगार मिलेगा।
यह ब्रिज बिहार के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना है, जो राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।