पटना, विशेष संवाददाता: जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की हालिया राजनीतिक सलाहकार समिति की बैठक में एक बार फिर संगठन की ताकत और कार्यकर्ताओं की निष्ठा को लेकर गहन चर्चा हुई। इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का जिक्र भी सामने आया, जिसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए मजबूत आधार माना जाता है। हालांकि, जदयू नेताओं ने साफ किया कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं का समर्पण और निष्ठा किसी से कम नहीं है।
कार्यकर्ता हैं पार्टी की रीढ़
जदयू की राजनीतिक सलाहकार समिति की बैठक पटना स्थित प्रदेश कार्यालय में आयोजित की गई। इस बैठक में पार्टी के कोषाध्यक्ष और विधान परिषद सदस्य ललन सर्राफ ने समिति के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा, “आप सभी जदयू की रीढ़ हैं। जिस तरह आरएसएस भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है, उसी तरह आपका योगदान जदयू को मजबूती प्रदान करता है।” उनके इस बयान ने बैठक में एक नई चर्चा को जन्म दिया।
जदयू कार्यकर्ताओं की निष्ठा बेमिसाल
ललन सर्राफ के बाद जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “आरएसएस का अपना महत्व है और उसकी निष्ठा की पहचान है, लेकिन जदयू के कार्यकर्ताओं का समर्पण और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति उनकी आस्था किसी भी मायने में कम नहीं है।” चौधरी ने जोर देकर कहा कि जदयू के कार्यकर्ता लंबे समय से संगठन के साथ जुड़े हैं और नीतीश कुमार के नेतृत्व में पार्टी को मजबूत करने में उनकी भूमिका अहम है।
संगठन के लिए त्याग और समर्पण
विजय चौधरी ने कार्यकर्ताओं की तारीफ करते हुए कहा कि राजनीति में आमतौर पर लोग पद और सत्ता की चाह रखते हैं, लेकिन जदयू के कार्यकर्ता इन सबसे ऊपर उठकर संगठन के लिए निस्वार्थ भाव से काम करते हैं। उन्होंने कहा, “ये वे लोग हैं जिन्होंने पार्टी के लिए अपना सबकुछ समर्पित कर दिया। यही वजह है कि जदयू आज भी बिहार की सियासत में मजबूत स्थिति में है।”
आरएसएस की चर्चा कोई नई बात नहीं
जदयू की बैठकों में आरएसएस की सांगठनिक क्षमता का जिक्र कोई नई बात नहीं है। इससे पहले, जब आरसीपी सिंह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे, तब भी उन्होंने आरएसएस की तर्ज पर जदयू के संगठन को मजबूत करने की बात कही थी। साल 2021 में आरसीपी सिंह ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए एक लाख ग्यारह हजार एक सौ ग्यारह रुपये का चंदा देकर भी सुर्खियां बटोरी थीं। हालांकि, बाद में वे जदयू से अलग होकर भाजपा में शामिल हो गए और अब उन्होंने अपनी नई राजनीतिक पार्टी बना ली है।
नीतीश कुमार के नेतृत्व पर भरोसा
बैठक में जदयू नेताओं ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व पर भरोसा जताया। नेताओं ने कहा कि नीतीश कुमार के विजन और कार्यकर्ताओं के अथक प्रयासों की बदौलत जदयू बिहार में अपनी मजबूत स्थिति बनाए हुए है। राजनीतिक सलाहकार समिति के सदस्यों से अपील की गई कि वे गांव-गांव तक पार्टी का संदेश पहुंचाएं और संगठन को और मजबूत करें।
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